भव्य गंगा आरती के साथ राजिम कुंभ कल्प 2024 का हुआ शुभारंभ
जीवन दायिनी महानदी, पैरी नदी और सोंढूर नदी के त्रिवेणी संगम छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम में राजिम कुंभ कल्प-2024 का गंगा आरती के साथ भव्य शुभारंभ हुआ। संगम नगरी राजिम कुंभ कल्प में अयोध्या धाम का आकर्षक वैभव दिखा। यह राजिम कुंभ कल्प रामोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस मौके पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री रामविचार नेताम, टंक राम वर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक अजय चंद्राकर, विधायक रोहित यादव विशेष रूप से मौजूद थे।
संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि राजिम कुंभ कल्प में संत महात्मा अमृतवाणी, शिव वर्षा करते हैं मैं उनका अभिनंदन और स्वागत करता हूं। पूरे देश में नदियों, पानी को बचाने जुटी साध्वी प्रज्ञा भारती का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि नदियों के त्रिवेणी संगम की तरह ही राजिम में तीन जिलों का भी संगम है।
छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की जन्मभूमि है, प्रभु श्रीराम का वन गमन मार्ग है यह पूरे देश और विश्व को पता लगे इसी उद्देश्य से राजिम कुंभ कल्प का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माघी पुन्नी मेला हमारे देश के हजारों लाखों साल का इतिहास है परंतु इतिहास को समृद्ध बनाना हमारी जिमेदारी हैं। इसीलिए हमारी सरकार ने संत महात्माओं के सुझाव पर इसके साथ में कल्प शब्द जोड़ा और राजिम कुंभ कल्प के रूप में आयोजन किया जा रहा है।
राजिम कुंभ कल्प मेला के शुभारंभ अवसर पर मंदिर पहुंचकर धर्मस्व, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भगवान श्री राजीव लोचन की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर आदिम जाति विकास एवं अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री टंकराम वर्मा, महासमुंद सांसद श्री चुन्नीलाल साहू, कुरूद विधायक श्री अजय चंद्राकर, राजिम विधायक श्री रोहित साहू, अभनपुर विधायक श्री इंद्र कुमार साहू अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
अतिथिगणों ने आरती घाट पहुंचकर महानदी की महाआरती की। उल्लेखनीय है कि इस बार राजिम कुंभ कल्प में जबलपुर से आयी साध्वी प्रज्ञा भारती के साथ ग्यारह पंडितो ने मंत्रोच्चारण कर महानदी की महाआरती की। महाआरती में शिव स्त्रोत के बाद सामूहिक महाआरती की गई।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुगणों के आरती के बाद जय-जय श्री राम के जयकारे से आरती घाट गूंज उठा। नदी स्थल अस्थाई रूप से स्थापित माता कौशल्या की प्रतिमा का पूजन किया। इस मौके पर धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि राजिम के इस पवित्र धरती पर राजिम कुंभ का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजिम कुंभ मेला के बाद भी यहां प्रतिदिन स्थानीय पंडितों द्वारा महानदी की आरती की जाएगी, जो नदी संरक्षण के लिए बहुत जरूरी है।