प्रदेश में अब 4 फरवरी तक होगी धान की खरीदी
छत्तीगसढ़ की विष्णुदेव सरकार ने किसानों को आज बड़ी राहत दी है। सरकार ने धान खरीदी की तारीख को बढ़ाने का फैसला कर लिया है। बता दें कि सरकार ने पहले 31 जनवरी तक धान खरीदी करने का ऐलान किया था। लेकिन अब तक कई किसान अपना धान नहीं बेच पाए हैं, जिसके चलते सरकार ने यह फैसला लिया है। सीएम साय के ऐलान के बाद अब धान खरीदी की तिथि में बढ़ोतरी कर दी है। धान खरीदी की अंतिम तिथि 4 फरवरी तक बढ़ाई गई है। किसानों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए बंपर धान खरीदी के बाद तिथि बधाई गई। इसके साथ ही शनिवार और रविवार को भी धान खरीदी होगी। बता दें कि, 31 जनवरी तक धान खरीदी की अंतिम तिथि थी, लेकिन कई किसान अभी तक अपना धान नहीं बेच पाए हैं। इसलिए सीएम साय ने धान खरीदी की तारीखों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। जाहिर है विधानसभा चुनाव से पहले हुए राजनीतिक वादों ने धान की फसल के लिए शानदार जमीन तैयार कर दी थी। कांग्रेस ने प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान, 3200 रुपए में खरीदी करने का ऐलान किया। तो भाजपा ने कहा- प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रुपए की दर से खरीदी की जाएगी।
अवकाश के दिन भी होगी धान की खरीदी- बता दें कि, सीएम साय ने किसानों की दिक्कतों के प्रति संवेदनशीलता प्रदर्शित करते हुए रिकार्ड धान खरीदी के बावजूद धान खरीदी की अंतिम तिथि को 4 फरवरी रविवार तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान छत्तीसगढ़ में पहली बार शासकीय अवकाश शनिवार और रविवार को भी धान खरीदी की जाएगी.
छत्तीसगढ़ में इस साल टूटा धान की खरीदी का रिकार्ड- छत्तीसगढ़ में बीते साल हुई 1 लाख 8 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी का रिकार्ड इस साल टूट चूका है. राज्य में किसानों को चालू विपणन वर्ष में 29 जनवरी तक 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी के एवज में 28 हजार 104 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है. अब तक बीते साल की तुलना में लगभग 27 लाख मीट्रिक टन अधिक धान की खरीदी हुई है. बताया जा रहा है कि, प्रतिदिन औसतन साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो रही है. इसको देखते हुए 31 जनवरी तक धान खरीदी की मात्रा 140 लाख टन के पार होने की उम्मीद है.