बेटे के मुख्यमंत्री बनने की खबर सुनकर खुश हुई विष्णुदेव साय की मां
विष्णु देव साय के सीएम बनने पर उनकी मां बेहद खुश हुई. इसके साथ वह भावुक भी हो गई और कहां कि, बेटे का सपना ही है देश की सेवा करना. जबकि उन्होंने अपने दूसरे बेटे को भी याद किया विष्णु देव साय के सीएम बनने के बाद उनकी मां भावुक हो गई. यूं तो हर किसी की मां के लिए ये अपने बेटे पर गर्व और भावुक होने का पल ही है, उनकी मां भी अपने आप को भावुक होने से रोक नहीं पाई.. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की माता जसमनी देवी ने जब बेटे को मुख्यमंत्री बनाए जाने की खबर सुनी तो खुश होकर उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का सौभाग्य मिला है, इससे अच्छी बात भला और क्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लोगों के दुलार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद का परिणाम है. विष्णु देव साय के सीएम बनने की खबर के बाद उनके गांव में भी खुशी का माहौल है. हर तरफ आतिशबाजी की जा रही है. उनके घर पर मिलने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है. सब एक-दूसरे का मुंह मीठा कर रहे हैं. विष्णु देव साय पहले विधायक, सांसद और केंद्र में मंत्री भी रह चुके है. साथ ही वो दो बार छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं, और अब उन्हें छत्तीसगढ़ का सीएम बनने का मौका मिला है.
10 दिसंबर को रायपुर में विधायक-दल का नेता चुने जाने के लिए आयोजित बैठक में शामिल होने के लिए सीएम साय अपने गृहग्राम बगिया से अपनी मां का आशीर्वाद लेकर रवाना हुए थे. अपनी लंबी राजनीतिक पारी में मिली सभी सफलताओं का श्रेय वे अपनी मां के आशीर्वाद को देते हैं. किसान परिवार से जुड़े साय की राजनीतिक यात्रा बड़ी रोचक और संघर्षपूर्ण रही.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी सन् 1964 को छत्तीसगढ़ के जशुपर जिले के फरसाबहार विकासखण्ड के ग्राम बगिया में हुआ. उनके पिता स्व.राम प्रसाद साय और माता जसमनी देवी साय हैं. विष्णुदेव साय का विवाह 27 मई 1991 को कौशल्या देवी साय से हुआ. उनके एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं. विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के कुनकुरी से अपनी हायर सेकेण्डरी की शिक्षा पूरी की. उन्हें परिवार के राजनीतिक अनुभव का लाभ मिला. उनके बड़े पिताजी स्व. नरहरि प्रसाद साय, स्व. केदारनाथ साय लंबे समय से राजनीति में रहे. स्व. नरहरि प्रसाद लैलूंगा और बगीचा से विधायक और बाद में सांसद चुने गए. केंद्र में संचार राज्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया. स्व. केदारनाथ साय तपकरा से विधायक रहे. विष्णुदेव साय के दादा स्वर्गीय श्री बुधनाथ साय भी सन् 1947-1952 तक विधायक रहे.