मुख्यमंत्री नहीं बनने की स्थिति में यह मेरा अंतिम चुनाव- टीएस सिंहदेव - CGKIRAN

मुख्यमंत्री नहीं बनने की स्थिति में यह मेरा अंतिम चुनाव- टीएस सिंहदेव

 


कांग्रेस में सीएम पद की दावेदारी को लेकर नई बहस छिड़ गई है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री व अंबिकापुर से कांग्रेस प्रत्याशी टीएस सिंहदेव ने कहा है कि मुख्यमंत्री नहीं बनने की स्थिति में यह मेरा अंतिम चुनाव होगा। मैं राजनीति से संन्यास लेने की बात नहीं कर रहा हूं। मैं राजनीति में रहूंगा। संगठन से जो दायित्व मिलेगा, उसका निर्वहन करूंगा। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने मुख्यमंत्री चेहरे पर खुलकर बात की। जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी ने कभी भी मेरा नाम आगे नहीं बढ़ाया था। हम एक साझा नेतृत्व के तहत लड़ रहे हैं और भूपेश बघेल इसका नेतृत्व कर रहे हैं। सिंहदेव ने कहा कि 75 प्लस से मैं हमेशा बचता रहा हूं। यह शायद संभव नहीं है, लेकिन यदि दो-तिहाई से ज्यादा सीटें कांग्रेस को नहीं मिली तो मुझे निराशा होगी। इसी बीच उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए सीएम बघेल और क्रिकेटर विराट कोहली के बीच एक दिलचस्प समानता बताई। टीएस बाबा ने भारत बनाम न्यूजीलैंड क्रिकेट सेमीफाइनल का जिक्र करते हुए कहा कि भूपेश बघेल हमारे कप्तान हैं, लेकिन पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। याद रखें, विराट कोहली ने शतक बनाया, श्रेयस ने अच्छा खेला, लेकिन मैन ऑफ द मैच मोहम्मद शमी को मिला था। राज्य के डिप्टी सीएम टीएस बाबा का बयान मुख्यमंत्री पद के लिए बघेल के साथ उनकी लंबे समय से चली आ रही खींचातानी के बीच आया है। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की थी। मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस को बहुमत मिलने पर वर्तमान कप्तान का नाम ही अगली सीरिज के लिए सबसे पहले सामने आएगा. किन्हीं कारणों से अगर दूसरे नामों पर विचार किया जाता है, और मेरा भी नाम भी विचार में आता है, तो मुझे खुशी होगी. लेकिन जिसको भी मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, उनके साथ हम सबको एक टीम के तौर पर काम करना है.

दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का नाम घोषित किए बिना चुनाव लड़ रही भाजपा के शीर्ष नेताओं ने हाल ही में की चुनावी सभाओं में किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इतना संकेत जरूर दिया है कि किस प्रकार का व्यक्ति सीएम बनाया जा सकता है। इसके बाद से पार्टी के ऐसे नेता, जो खुद को सीएम पद के लिए मजबूत दावेदार मानते आ रहे हैं, उनकी चिंता बढ़ी हुई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पिछले दिनों बिलासपुर की चुनावी सभा में कहा था कि इस बार गरीब मां का लाल ही यहां का मुख्यमंत्री बनेगा। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने भी मीडिया से चर्चा में कल्पनाओं से विपरीत किसी नए चेहरे को ही सीएम बनाने की बात कही थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तो रायगढ़ की चुनावी सभा में पूर्व आइएएस और यहां से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने की घोषणा मंच से ही कर दी थी। बता दें कि ओपी 2005 बैच के आइएएस हैं, जिन्होंने 2018 में नौकरी छोड़कर भाजपा से नाता जोड़ लिया था। तीनों शीर्ष नेताओं के बयानों पर गौर किया जाए तो ऐसा संकेत मिलता है कि डॉ. रमन सिंह सीएम बनते दिखाई नहीं दे रहे हैं।

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