कांग्रेस विधायक किस्मतलाल नंद ने थामा JCCJ का दामन, इधर कांग्रेस में शामिल हुए विधायक प्रमोद शर्मा
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में दल-बदल का सिलसिला जारी है। बीजेपी-कांग्रेस से टिकट न मिल पाने से नाराज विधायक दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे हैं तो कुछ विधायक बागी होकर निदर्लीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन फार्म भी खरीद लिए हैं। विधानसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। टिकट नहीं मिलने से नाराज सरायपाली से कांग्रेस विधायक किस्मत लाल नंद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) में शामिल हो गए हैं। जनता कांग्रेस ने उन्हें सरायपाली से टिकट भी दे दिया है। वहीँअजीत जोगी की पत्नी और मौजूदा विधायक रेणु जोगी को कोटा सीट से तथा उनकी बहू ऋचा जोगी अकलतरा सीट से चुनाव लड़ेगी। सरायपाली सीट में उम्मीदवार की घोषणा होने के साथ ही जेसीसीजे ने अब तक 28 सीटों पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर चुकी है। जानकारी के अनुसार, महासमुंद जिले के सरायपाली सीट से कांग्रेस विधायक किस्मत लाल नंद टिकट कटने से नाराज थे। कांग्रेस ने यहां से चातुरी नंद को अपना उम्मीदवार बनाया है। किस्मत लाल नंद ने विधायक रेणु जोगी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की मौजूदगी में जेसीसीजे का दामन थाम लिया है.
किस्मत लाल नंद सरायपाली विधानसभा से साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनाव जीते थे। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद 1985 से 1989 तक कृषि अधिकारी के पद पर नौकरी की। फिर 1990 में सब इंस्पेक्टर चयनित हुए। उन्हें नक्सल क्षेत्र में अदम्य साहस का परिचय देने की वजह से आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिला। वहीं उन्हें राष्ट्रपति से वीरता पुरस्कार और गैलेंट्री अवार्ड भी मिला। डीएसपी के पद से रिटायर होकर उन्होंने विधायक के लिए चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी श्याम तांडी को भारी मतों से हराया। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को किस्मत लाल ने 50 हजार से भी अधिक वोटों से मात दी थी। जबकि उनको 1 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। दूसरी ओर बलौदाबाजार से जेसीसीजे विधायक प्रमोद शर्मा सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ गमछा पहनकर कांग्रेस में शामिल हुए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें कांग्रेस का गमछा पहनाकर पार्टी में प्रवेश कराया। पूर्व सीएम अजीत जोगी के निधन के बाद प्रमोद शर्मा ने अमित जोगी के साथ मतभेदों के चलते जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तब से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकले लग रही थी। आखिरकार उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया।