छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हर बार अक्टूबर में लगी आचार संहिता - CGKIRAN

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हर बार अक्टूबर में लगी आचार संहिता


छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में पत्रकार-वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने पत्रकार-वार्ता में बताया कि प्रदेश में निर्वाचक नामावली के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद आज सभी मतदान केंद्रों में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है। आज प्रकाशित सूची के अनुसार राज्य में कुल दो करोड़ तीन लाख 60 हजार 240 मतदाता हैं। इनमें एक करोड़ एक लाख 20 हजार 830 पुरूष मतदाता, एक करोड़ दो लाख 39 हजार 410 महिला मतदाता और 790 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। निर्वाचक नामावली के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद राज्य में सात लाख 19 हजार 825 मतदाता बढ़े हैं

बता दें मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. तमाम पार्टियां पूरे जोश के साथ चुनावी अभियान फूंक दिया है. कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी हैं. जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. लोग आचार संहिता और चुनाव की घोषणा को लेकर कयास लगाने लगे हैं. ऐसे में पिछले चार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान देखें तो साफ जाहिर होता है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक पांचों राज्यों के चुनावों की घोषणा हो सकती है.

छत्तीसगढ़ में कब-कब लगी आचार संहिता

छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद अब तक प्रदेश में 4 बार विधानसभा चुनाव हुए है. संयोग की बात है कि छत्तीसगढ़ में अक्टूबर माह में ही आदर्श आचार संहिता लागू हुई है. साल 2003 में छत्तीसगढ़ राज्य में 12 अक्टूबर को आचार संहिता लगी थी. वहीं साल 2008 में 14 अक्टूबर, साल 2013 में 4 अक्टूबर और साल 2018 में 6 अक्टूबर को आचार संहिता लगी है.  संयोग से हर बार छत्तीसगढ़ में अक्टूर माह में ही आदर्श आचार संहिता लगी है.

तेलंगाना दौरे के बाद हो सकता ऐलान

चुनाव आयोग 3 अक्टूबर से तेलंगाना के तीन दिवसीय दौरे पर है. इससे पहले चुनाव आयोग की टीम 29 सितंबर को राजस्थान के तीन दिवसीय दौरे पर थी. बता दें चुनाव आयोग 4 सितंबर को मध्य प्रदेश का दौरा कर चुकी है. साथ ही चुनाव की तैयारियों को लेकर अंतिम रूप दे चुकी है. जबकि 29 अगस्त को मिजोरम और 24 अगस्त को छत्तीसगढ़ का दौरा किया था. तेलंगाना दौरे के बाद चुनाव आयोग किसी भी दिन चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है.

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