प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामले
प्रदेश में इन दिनों डेंगू अपने पैर पसार रहा है।प्रदेश के कई जिलों मे डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। दुर्ग जिले में सोमवार को डेंगू के 5 नए मरीज मिले हैं। इस तरह अब मरीजों की संख्या बढ़कर 128 हो चुकी है। वहीं 14 नए संदिग्ध मरीज मिले हैं। ऐसे में लोगों को और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत है। बीते 24 घंटे में छत्तीसगढ़ के भिलाई में 6 नए डेंगू के मरीज भर्ती हुए है। वहीं राजधानी रायपुर में डेंगू के मरीजों की संख्या 70 तक पहुंच गई है। इन आकड़ों को देखते हुए डॉक्टरों ने लोगों को अपना और विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखने की सलाह दी है। बारिश के मौसम के चलते अब बीमारी ने रफ्तार पकड़ ली है। दुर्ग, रायगढ़ के बाद अब राजधानी में भी केसेस बढ़ने लगे हैं। डेंगू के प्रसार को देखते हुए शासन के निर्देश पर प्रशासन भी सतर्क हो गया है और विभिन्न विभागों के समन्वय से डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का भी निर्णय लिया गया है.
पिछले कई दिनों से भिलाई के टाउनशिप से डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए थे। इनमें से भिलाई के सेक्टर 2 में ही 47 मरीज मिले हैं। इन डेंगू मरीजों की संख्या में कुछ बच्चे भी शामिल है। जिस वजह से लगातार दिनों-दिन डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। वहीं, राजधानी के आंबेडकर अस्पताल में 24 दिनों में डेंगू के 70 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे है। पानी की बंद टंकियों में डेंगू के लार्वा मिल रहे हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण :
तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द, जी मचलाना एवं उल्टी होना, आंख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक व मसूढ़ों से रक्तस्त्राव, काला मल का आना आदि डेंगू के लक्षण हैं। डेंगू का असर शरीर में तीन से नौ दिनों तक रहता है। इससे शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगता है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है. लगभग एक हफ्ते पहले तीन पॉजिटिव केस मिले थे. इसके बाद हाल ही में 14 संदिग्ध केस मिले थे, जिनमें से सात मरीजों का एलाइजा टेस्ट पॉजिटिव आया है. इन सात केस में दो मरीज सरगुजा जिले के हैं. बताया जा रहा है कि सरगुजा जिले के दो लोग रायपुर में ही डेंगू पॉजिटिव हुए और उनका वहीं इलाज चल रहा है. जबकि बलरामपुर जिले में दो, जशपुर, सूरजपुर जिले में एक-एक सहित संभाग में कुल सात केस मिले हैं. इनमें से तीन मरीजों का उपचार मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर में चल रहा है.