बीजेपी नहीं करती जनता की समस्याओं की बात, देश की संपत्ति खरबपतियों को बांटी - प्रियंका गांधी
छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा.जिसमें 7 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. वोटिंग से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के दिग्गज चुनाव में अपनी ताकत झोंक रहे हैं. दोनों ही पार्टियों के दिग्गजों ने लगातार चुनावी सभाएं करके अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाया है. तीसरे चरण की बात करें तो छत्तीसगढ़ की सात लोकसभा सीटों पर मतदान होगा.इन सात लोकसभा सीटों में 58 विधानसभा सीटें आती हैं. जिसमें कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 39 लाख 1 हजार 285 है. कोरबा लोकसभा के लिए प्रियंका गांधी ने चिरमिरी में चुनावी सभा ली. जिसमें प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी और उनकी योजनाओं पर जोरदार हमला बोला. प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी जी पांच किलो चावल बांट रहे हैं.लेकिन देश की जनता को पांच किलो चावल नहीं बल्कि रोजगार चाहिए. आज नौजवानों को पांच किलो राशन नहीं बल्कि रोजगार चाहिए. प्रियंका गांधी ने अपनी रैली में बीजेपी के इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जोरदार हमला बोला. प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी जी अपने भाषणों में खुद को देश का सबसे बड़ा ईमानदार नेता बोला है.लेकिन वो चुनाव से पहले ईमानदारी से ये नहीं बताएंगे कि देश में कितनी बेरोजगारी है, कितने पद खाली है, कितनी महंगाई है. प्रियंका गांधी ने कहा कि ये जो नेता आपके सामने आते हैं और खास तौर से मोदी जी. आपको ये समझना होगा कि ये आपकी बातें क्यों नहीं करते.मोदी जी आपकी समस्याओं की बातें नहीं करते हैं. मोदी जी जी20,पाकिस्तान और चीन की बातें करते हैं. लेकिन आपके जीवन में जिस संघर्ष से आप गुजर रहे हैं,उन हालातों में बात नहीं करते हैं. हमने जो घोषणा पत्र नहीं न्याय पत्र लाया है.न्याय पत्र नाम इसलिए दिया है,क्योंकि दस साल की सरकार में मोदीजी के शासन में गरीबों के साथ अन्याय हुआ है.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने दूसरे चरण के मतदान से पहले प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ आईं थी.राजनांदगांव के मोहड़ और बालोद के हथौद में प्रियंका गांधी ने चुनावी सभाएं ली थी.आपको बता दें कि ये दोनों ही जिलों में विधानसभा की बात की जाए तो कांग्रेस बीजेपी से कहीं आगे है. अपनी सभाओं में प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को बेरोजगारी और महंगाई पर घेरा था. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के असली मुद्दों पर बात नहीं करते हैं. उन्हें कभी किसी भी सभा में महंगाई और रोजगार को लेकर बात करते किसी ने नहीं सुना. आज गैस सिलेंडर का दाम 12 सौ रुपए पहुंच चुका है.लेकिन जैसे ही चुनाव आए तो तुरंत गैस सिलेंडर के दाम घटा दिए.