राष्ट्रीय बालिका दिवस: बेटी प्रेम है, करुणा है, शक्ति है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय बालिका दिवस मौके पर अपना संदेश जारी किया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा है कि "राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हम बालिकाओं की अदम्य भावना और उपलब्धियों को नमन करते हैं. हम सभी क्षेत्रों में प्रत्येक बालिका की समृद्ध क्षमता को भी पहचानते हैं. वे परिवर्तन-निर्माता हैं जो हमारे देश और समाज को बेहतर बनाते हैं. पिछले दशक में हमारी सरकार एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रयासरत है जहां प्रत्येक बालिका को शिक्षण, उन्नति करने और अग्रसर होने का अवसर मिले." इस अवसर पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत देशभर के नेताओं ने अपने-अपने अंदाज में बधाई दी है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी अपना संदेश दिया है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सभी बेटियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है. उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा कि समाज में बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने, उनके साथ होने वाले भेदभाव के प्रति भी लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. सीएम साय ने कहा है कि यह गर्व और खुशी की बात है कि लिंगानुपात में छत्तीसगढ़ देश के राज्यों में अव्वल है. यह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सम्मान की परंपरा और बहन बेटियों और माताओं के लिए बेहतर वातावरण से संभव हुआ है. इसी कारण प्रदेश की प्रगति में बेटियां अप्रतिम योगदान दे रही हैं. सीएम साय ने कहा कि बालिकाएं देश-प्रदेश, समाज और परिवार की शान, मान और अभिमान होती हैं. उन्हें सशक्त बनाने के लिए सुरक्षित और सहज माहौल देने की जरूरत है. इसके लिए समाज को अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है.
बेटियों को शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लें: CM मोहन यादव
मध्य प्रदेश के मुखिया सीएम मोहन यादव ने कहा "राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रदेश एवं देश की समस्त बेटियों के सुखद, समृद्ध और मंगलमय जीवन की मंगलकामनाओं के साथ हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. बेटियां शिक्षित हों, बड़े सपने देखें और उसे साकार करें; तभी सशक्त, समृद्ध और खुशहाल मध्यप्रदेश के निर्माण का स्वप्न साकार होगा. आइए, हम सभी संकल्प लें कि बेटियों को शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे."