नतीजों से पहले मचा बवाल, स्ट्रांग रूम के सामने धरने पर बैठी भाजपा प्रत्याशी लता उसेंडी
मतगणना के लिए अभी 2 दिन बाकी है, लेकिन इसके पहले ही चुनावी घमासान जारी है. भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कोंडागांव से प्रत्याशी लता उसेंडी अपने समर्थकों के साथ मतगणना स्थान स्ट्रांग रूम के सामने धरने पर बैठ शासन-प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी की. कोंडागांव सीट से बीजेपी प्रत्याशी लता उसेंडी ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर स्ट्रांग रूम के सामने जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गईं.भाजपा प्रत्याशी लता उसेंडी ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की देखरेख में कांग्रेस के अभिकर्ता समेत दो-तीन लोग स्ट्रांग रूम में प्रवेश किए हैं. इस संबंध में आवेदन और शिकायत के बाद भी प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. उन्होंने कहा कि 7 नवंबर को मतगणना खत्म होने के बाद से हम स्ट्रांग रूम की देखरेख करने के लिए प्रशासन से जगह की मांग कर रहे हैं. लेकिन स्ट्रांग रूम के सामने जगह न देकर हमें पीछे जगह दी गई है.
वहीं गुरुवार सुबह कोंडागांव सीट से बीजेपी प्रत्याशी लता उसेंडी ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर स्ट्रांग रूम के सामने जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गईं. बीजेपी प्रत्याशी का आरोप है कि, स्ट्रांग रूम में ऐसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एंट्री दी गई, जिनका नाम लिस्ट में नहीं था. वहीं बीजेपी के जिला अध्यक्ष समेत पार्टी के वरिष्ठ पार्टी नेताओं को स्ट्रांग रूम में जाने से रोक दिया गया. प्रत्याशी लता उसेंडी ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर ऐसा किया गया.
इधर प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि बीजेपी प्रत्याशी के द्वारा लगाया गया आरोप सरासर गलत है. इसमें प्रशासन का किसी तरह से कोई हस्तक्षेप नहीं है. केवल लिस्ट में जिनके नाम थे, उन्हीं को निरीक्षण के लिए एंट्री दी गई और बकायदा उनके साथ प्रशासन की टीम मौजूद रही. मतपेटी बदलने और या किसी तरह की छेड़खानी के लगाए गए बीजेपी के आरोप बेबुनियाद हैं.
इधर बीजेपी के आरोपों पर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार किया है. दीपक बैज का कहना है कि बीजेपी की बौखलाहट से साफ जाहिर होता है कि, वो सभी सीटों में चुनाव हार रही है. इसलिए ही अपनी खीज निकालने के लिए इस तरह के आरोप प्रशासन के अधिकारियों और कांग्रेस पर लगा रही है.