चलेगा 'कका' का जादू या खिलेगा कमल ..., “बस्तर पर नजर”.. पिछली बार कांग्रेस की लगाई थी नैय्या पार - CGKIRAN

चलेगा 'कका' का जादू या खिलेगा कमल ..., “बस्तर पर नजर”.. पिछली बार कांग्रेस की लगाई थी नैय्या पार

 


आज जनादेश का दिन है। चार राज्यों में आज विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होंगे। इनमे छत्तीसगढ़ समेत एमपी, तेलंगाना, राजस्थान शामिल है। सुबह आठ बजे मतपेटियां खोली जाएँगी जबकि इससे पहले सभी राज्यों में डाक मतपत्रों की गिनती होगी। कांग्रेस-भाजपा में ज्यादातर सीटों पर कड़ा मुकाबला है। हालांकि ज्यादातर रुझानों में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस 75 पार का नारा लगा रही है और भाजपा भी 52 से 55 सीटों के साथ जीत का दावा कर रही है। वहीं कांग्रेस भी सरकार बनाने का दावा करती नजर आ रही है। परिणाम जो भी हो मगर सच तो यह है कि भाजपा-कांग्रेस दोनों को तीसरे मोर्चे की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, आम आदमी पार्टी, बसपा समेत अन्य दलों व मजबूत निर्दलीय प्रत्याशियों के कारण असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। सरकार बनाने का दावा तो दोनों ही पार्टिंया कर रही हैं मगर वरिष्ठ नेताओं के अंदरूनी सर्वे के बाद आंकड़े ऊपर-नीचे भी होते रहे हैं। स चुनाव में कांग्रेस से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, विधानसभा के अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद दीपक बैज समेत अन्य 12 मंत्रियों की साख दांव पर है। इसी तरह से भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह समेत उनके कैबिनेट के 16 पूर्व मंत्री और भाजपा सांसद विजय बघेल, केंद्रीय राज्यमंत्री व सांसद रेणुका सिंह, सांसद गोमती साय समेत अन्य के भविष्य पर भी निर्णय होना है।

बात करें बस्तर संभाग की तो यहाँ कुल 14 विधानसभा सीटें है। पिछली बार यहाँ से कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की थी। भाजपा सिर्फ दंतेवाड़ा सीट पर ही जीत हासिल कर पाई थी। बस्तर के बल पर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ सरकार में वापसी की थी तो सवाल यह है क्या इस बार भी कांग्रेस को बस्तर का आशीर्वाद मिल पायेगा? या फिर भाजपा यहाँ अपने खोये हुए जनाधार को वापिस हासिल करने में कामयाब होगी? देखना दिलचस्प होगा।

 पाटन की जंग पर सबकी नजर

माना जा रहा है कि पाटन में इस बार का मुख्य मुकाबला चाचा और भतीजे के बीच होगा। विजय बघेल अभी दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद हैं। इससे पहले भी चाचा और भतीजे के बीच मुकाबले हो चुके हैं। पाटन सीट से एक बार 2008 भतीजे विजय बघेल को जीत मिली है तो भूपेश बघेल को पांच बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं। इस बार छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पाटन वीआईपी हाई प्रोफाइल सीट पर चुनावी लड़ाई काफी रोचक दिख रही है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेसके बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है। कांग्रेस से जहां सीएम भूपेश बघेल खुद चुनावी ताल ठोक रहे हैं, तो वहीं बीजेपी से सीएम भूपेश के भतीजे विजय बघेल चुनावी रण में हैं। पाटन से चाचा-भतीजा (सीएम भूपेश बघेल और दुर्ग सांसद विजय बघेल) के चुनावी मुकाबले के बीच जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगाी (जेसीसीजे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी पाटन से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उनके आने से चुनाव त्रिकोणीय हो चुका है। 

कांग्रेस अपनी सरकार की किसानों की कर्ज माफी, गोधन न्याय योजना में गोबर-गोमूत्र की खरीदी, वनोपज खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, पुरानी पेंशन योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना, बिजली बिल हाफ योजना, राजीव युवा मितान क्लब, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक, हमर लैब, सुराजी गांव योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी, मिलेट मिशन आदि योजनाओं को उपलब्धि बताते हुए जनता के बीच भरोसा बरकरार रहने का दावा करती रही है। जबकि भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्ष की उपलब्धियों को गिनाते हुए लाभार्थी सम्मेलन में केंद्र सरकार की योजनाओं में जैसे उज्जवला गैस योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, मुद्रा योजना आदि के लाभार्थियों को एक मंच पर लाती रही है। अब देखना है कि द्वय पार्टियों की मुहिम का इस चुनाव में कितना असर होता है।

Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads